गणतंत्र दिवस 2022:

 भारत को स्वतंत्रता 15 अगस्त 1947 की आधी रात को मिली थी।

स्वतंत्रता के बाद, 26 जनवरी 1950 को “भारत का संविधान” नामक एक लिखित संविधान को अपनाया, जिसमें भारत को एक संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित किया गया। भारत के संविधान को सबसे लंबे समय तक लिखित दस्तावेज के रूप में जाना जाता है, जो सरकार और नागरिकों के मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों को निर्धारित करता है। यह भारत का सर्वोच्च कानून है जिसका पालन प्रत्येक नागरिक को करना है।

संविधान की प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ भीमराव रामजी अम्बेडकर थे। संविधान का मसौदा तैयार करने वाले अन्य सदस्यों में एन गोपालस्वामी, अल्लादी कृष्णास्वामी, केएम मुंशी, एस मोला सादुल्ला, एन. माधव राव और श्री डी.पी. खेतान थे।

इस दिन जनपथ नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड आयोजित की जाती है जिसमें देश के विभिन्न हिस्सों से हमारी समृद्ध संस्कृति की झांकियां प्रदर्शित की जाती हैं। हमारे देश में सैन्य, कला विज्ञान, समाज सेवा और खेल के क्षेत्र में महान योगदानकर्ताओं को सम्मानित करना उत्सव का एक हिस्सा है।

इसके अलावा परेड के दौरान हमारे कौशल को दिखाने के लिए युद्ध उपकरणों का प्रदर्शन भी होता है। इससे युवाओं और छोटे बच्चों में राष्ट्रवाद की भावना पैदा होती है।

संविधान में कुछ संशोधन परिवर्तन किए गए हैं जिन्हें संशोधन कहा जाता है। संविधान में अब तक करीब 105 संशोधन हो चुके हैं।

इस दिन टीम ज्ञानदेगुला सभी दर्शकों को 73वें गणतंत्र दिवस की बधाई देती है।

टीम ज्ञानदेगुला